डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय पेपर लीक मामला : केन्द्र निरस्त, परीक्षा कराने का नहीं था स्टॉफ
डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय ने पेपर आउट के मामले में कॉलेज पर पहली कार्रवाई की है। विवि ने पेपर आउट में शामिल केन्द्र को निरस्त कर दिया है। जांच में नाम सामने आने के बाद विवि दो दिन से केन्द्र पर अपनी टीम के सहारे परीक्षा करा रहा था। केन्द्र पर बुधवार को स्थिति यह थी कि परीक्षा कराने के लिए केन्द्र पर कोई मौजूद ही नहीं था। ऐसे में विवि की टीम ने बुधवार की परीक्षा करायी।
विश्वविद्यालय की 11 मई को हुई परीक्षा का पेपर आउट हो गया था। परीक्षा के पेपर आउट होने का खेल आगरा कॉलेज ने खोला। कॉलेज के प्रोक्टोरियल बोर्ड ने कॉलेज के बाहर से बड़ी संख्या में छात्रों को पकड़ा। जिनके मोबाइल में पेपर मिला। इसके बाद कॉलेज की ओर से पूरे मामले में एफआईआर करायी गयी। पेपर आउट होने की जांच आगे बढ़ पाती। इससे पहले शनिवार को फिर से विवि का पेपर केन्द्र पर हाथ में आने से पहले उनके मोबाइल तक पहुंच गया। इसके बाद दो दिन तक परीक्षा नहीं थी। मंगलवार को पेपर लीक में जिस कॉलेज का नाम आ रहा था उसी श्री हरचरन लाल वर्मा महाविद्यालय पर विवि की टीम ने बैठकर परीक्षा करायी। दो दिन तक परीक्षा कराने के बाद बुधवार को विवि ने केन्द्र को निरस्त कर दिया। अब इस केन्द्र पर विवि आगे की परीक्षा नहीं कराएगा।
परीक्षा कराने के लिए नहीं था कोई भी स्टॉफ
अछनेरा के कॉलेज कोड 0108 श्री हरचरन लाल वर्मा महाविद्यालय पर जांच के लिए गयी विवि की टीम को हालात बेहद खराब मिले। कॉलेज पर स्टॉफ तक मानकों के अनुसार नहीं था। बुधवार को सुबह टीम के पहुंचने पर हालात और बदहाल मिले। विवि ने प्रो. यूसी शर्मा के निर्देशन में डॉ. मनोज राठौड़ और असिस्टेंट रजिस्ट्रार पवन कुमार की टीम जब कॉलेज पहुंची तो वहां कोई भी स्टाफ उपलब्ध नहीं है। प्रो. यूसी शर्मा के अनुसार परीक्षा एक ही कक्ष में थी। ऐसे में टीम ने तीनों पालियों की परीक्षा को सम्पन्न कराया।
श्री हरचरन लाल वर्मा महाविद्यालय में टीम भेजी गई थी। दो दिन तक कॉलेज में हालात खराब मिले। परीक्षा केन्द्र के हालात और प्रारंभिक रूप से महाविद्यालय की गतिविधियों को संदिग्ध मानते हुए तत्काल प्रभाव से केंद्र को निरस्त कर दिया गया है। - प्रो. अजय तनेजा, प्रति कुलपति
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें