Maharana Pratap Jayanti 2022: ये संसार कर्मवीरों की ही सुनता है, आज महाराणा प्रताप की जयंती पर पढ़ें उनके अनमोल विचार
Maharana Pratap Jayanti 2022 Date: मेवाड़ के 13वें राजा महाराणा प्रताप का जन्म 9 मई, 1540 में हुआ था। हर साल उनकी जयंती देश में बड़े ही धूमधाम से मनाई जाती है। उनका जन्म राजस्थान के कुंभलगढ़ में हुआ था। भारत के इस महान राजपूत राजा ने अपने राज्य में कई बार मुगल शासकों को पछाड़ा। इन्होंने 35 सालों तक मेवाड़ पर राज्य किया। भारत के महान सपूत और वीर योद्धा महाराणा प्रताप की जीवन-गाथा साहस, शौर्य, स्वाभिमान और पराक्रम का प्रतीक है। महाराणा प्रताप ने अपनी मां से युद्ध कौशल सीखा था।
महाराणा प्रताप का हल्दीघाटी का युद्ध बहुत खास माना जाता है, यहां उन्होंने अकबर को अपने 20 हजार सैनिकों से टक्कर देकर पछाड़ा। आइए जानते हैं उनके जीवन के कुछ अनमोल विचार:
अन्याय, अधर्म आदि का विनाश करना संपूर्ण मानव जाति का कर्तव्य है।
ये संसार कर्मवीरों की ही सुनता है। अतः अपने कर्म के मार्ग पर अडिग और प्रशस्त रहो।
समय इतना बलवान होता है कि एक राजा को भी घास की रोटी खिला सकता है।
संपूर्ण सृष्टि के कल्याण के लिए प्रयत्नरत मनुष्य को युग युगांतर तक याद रखा जाता है।
समय एक ताकतवर और साहसी को ही अपनी विरासत देता है। अतः अपने रास्ते पर अडिग रहो।
जो लोग अत्यंत विकट परिस्थितियों में भी झुक कर हार नहीं मानते हैं। वो हार कर भी जीते जाते हैं।
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