यूपी के सोनभद्र और ललितपुर में खुलेंगे एकलव्य विद्यालय, करोड़ों का बजट पास
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के सोनभद्र और ललितपुर जिले में एकलव्य विद्यालय संचालित होंगे। यह निर्णय शुक्रवार को यहां समाज कल्याण विभाग की बैठक में हुआ।
उत्तर प्रदेश के समाज कल्याण राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार असीम अरुण ने संयुक्त सचिव, केन्द्रीय जनजातीय कार्य मंत्रालय डॉ. नवलजीत कपूर, प्रमुख सचिव समाज कल्याण डॉ. हरिओम, मुख्य वित्त एवं लेखाधिकारी, जनजाति निदेशालय प्रकाश सिंह, उप निदेशक जनजाति निदेशालय डॉ. प्रियंका वर्मा एवं शोध अधिकारी देवेन्द्र सिंह के साथ शुक्रवार को बापू भवन में प्रदेश सरकार के जनजाति निदेशालय द्वारा चलाई जा रही विभिन्न विद्यालयों एवं योजनाओं की समीक्षा बैठक की।
बैठक में जनजाति कार्य मंत्रालय ,केंद्र सरकार द्वारा वित्त पोषित चार एकलव्य विद्यालयों लखीमपुर खीरी, बहराइच, सोनभद्र एवं ललितपुर के संचालन के संबंध में समीक्षा की गई। उक्त चारों एकलव्य विद्यालयों को आधुनिक और संरचनात्मक तौर पर व्यवस्थित करने के लिए प्रत्येक को 5-5 करोड़ रुपये की धनराशि शीघ्र स्वीकृत की जाएगी। इस दौरान समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण ने सोनभद्र एवं ललितपुर के एकलव्य विद्यालय को संचालित करने के लिए जरूरी कार्यवाही के निर्देश भी दिए।
नौ आश्रम पद्धति विद्यालयों को 11 करोड़
उत्तर प्रदेश में जनजाति विद्यालयों के छात्रों के लिए लखीमपुर खीरी, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, महाराजगंज और बिजनौर में संचालित 9 आश्रम पद्धति विद्यालयों को 11 करोड़ रुपये उपलब्ध कराया जाएगा, जिससे इन विद्यालयों में पोषण वाटिका, खेल की सुविधा एवं सोलर पैनल जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराकर आधारभूत संरचना को और उन्नत किया जा सके।इस बारे में बात करते हुए समाज कल्याण मंत्री, असीम अरुण ने कहा कि प्रदेश में अनुसूचित जनजाति के छात्रों के लिए 38 करोड़ की लागत से एक और एकलव्य विद्यालय जल्द ही खुलेगा।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें