बनाया रिकॉर्ड : एक साल में भर्ती पूरी कर यूपीएससी के बराबर पहुंचा यूपीपीएससी
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने एक साल के भीतर पीसीएस-2021 का परिणाम जारी कर एक नया रिकार्ड बनाया है। दशकों बाद यूपीपीएससी का सत्र पटरी पर आया है। यूपीपीएससी अब संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) के बराबर आ गया है।
यूपीपीएससी ने पिछले दिनों पीसीएस-2022 की मुख्य परीक्षा आयोजित की थी और इसी के आसपास संघ लोक सेवा आयोग की ओर से सिविल सेवा मुख्य परीक्षा-2022 का आयोजन कि गया था। अगर दोनों मुख्य परीक्षाओं का परिणाम आसपास जारी होता है और इंटरव्यू भी इसी क्रम में होता है तो दोनों परीक्षाओं के अंतिम चयन परिणाम भी आसपास ही जारी हो सकते हैं और ऐसे में यूपीपीएससी का सत्र पूरी तरह से यूपीएससी के बराबर हो जाएगा।
आयोग की ओर सेे पीसीएस-2021 की प्रारंभिक परीक्षा 24 अक्तूबर 2021 को प्रदेश के 31 जिलों में आयोजित की गईं थी। आयोग ने 39 दिनों के रिकार्ड समय में प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम जारी कर दिया था। परिणाम एक दिसंबर 2021 को जारी किया गया था। इसके बाद मुख्य परीक्षा आयोजित की गई, जिसका परिणाम 12 जुलाई 2022 को घोषित किया था।
मुख्य परीक्षा में 1285 अभ्यर्थियों को साक्षात्कार के लिए सफल घोषित किया। साक्षात्कार का आयोजन 21 जुलाई से पांच अगस्त तक किया गया। आयोग अगस्त में ही अंतिम चयन परिणाम जारी करने की तैयारी में था, लेकिन पूर्व सैनिकों को आरक्षण से संबंधित मुद्दे पर हाईकोर्ट में सुनवाई शुरू हो गई और आयोग को रिजल्ट रोकना पड़ा। कोर्ट से राहत मिलते ही आयोग ने परिणाम जारी कर दिया और एक साल के भीतर भर्ती प्रक्रिया पूरी कर ली।
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