शिक्षा निदेशालय से हटेंगे बाबू का काम करने वाले 65 से अधिक शिक्षक
5 हजार प्रबोधकों की पदोन्नति को भी मंजूरी
जयपुर शिक्षा मंत्री मदन दिलावर की मौजूदगी में सोमवार को तृतीय श्रेणी शिक्षा भर्ती में महिला आरक्षण को 30 से बढ़ाकर 50 प्रतिशत करने पर विचार किया गया, वहीं बाबू का काम कर रहे 65 से अधिक शिक्षकों को शिक्षा निदेशालय से हटाने का निर्णय किया। इसके अलावा 5000 प्रबोधकों की पदोन्नति को मंजूरी भी दी गई, जिसे वित्तीय स्वीकृति के लिए वित्त विभाग भेजा जाएगा।
शिक्षा मंत्री दिलावर की मौजूदगी में सोमवार को सचिवालय में उच्च स्तरीय बैठक में इन मुद्दों पर विचार किया गया। अधिकारियों ने बैठक में बताया कि 5000 प्रबोधक की पदोन्नति पूर्व में हो गई थी, शेष 5000 प्रबोधक पदोन्नति की मांग कर रहे है। शिक्षा मंत्री दिलावर ने एनटीटी शिक्षको की 2018 मैं हुई भर्ती के मामले में कहा कि इसी सप्ताह राहत दी जाएगा। इसके अलावा देवनारायण योजना में छठी कक्षा के बच्चो को छात्रावृति की लिए चयनित स्कूलों की संख्या बढ़ाने पर सहमति जताई गई। बैठक में महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूलों की समीक्षा करने पर भी विचार किया गया।
व्याख्याता और वरिष्ठ अध्यापक भी कर रहे बाबू का काम : शिक्षा मंत्री दिलावर ने बीकानेर शिक्षा निदेशालय में 65 से अधिक शिक्षको के लंबे समय से बाबू का करने पर नाराजगी जताई। इन 65 शिक्षकों में 19 व्याख्याता और 20 से अधिक वरिष्ठ अध्यापक है, जो स्कूलों में पढ़ाने की बजाय निदेशालय में बाबू का काम कर रहे है। मंत्री ने एक पद पर 5 साल से अधिक समय से लगे शिक्षको को मूल नियुक्ति स्थान पर भेजने के निर्देश भी दिए। मंत्री ने कहा कि उनके आदेश के बाद 900 से ज्यादा शिक्षकों के पदस्थापन निरस्त नहीं हुए है,इनको भी 12 फरवरी तक हटाया जाए। इसके बाद जो शेष रहें, उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाए।
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