पीसीएस और रेलवे भर्ती परीक्षाओं के बीच इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में एग्जाम से छात्रों में है नाराजगी
इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में एमए चतुर्थ सेमेस्टर के छात्रों ने कुलपति और परीक्षा नियंत्रक से मिलकर शुक्रवार को ज्ञापन दिया। कहा, सभी विषयों के पाठ्यक्रम को पूरा करने में खानापूरी की गई है। दो मई से परीक्षाएं भी शुरू हो रही है। इसी बीच में कई प्रतियोगी परीक्षाएं भी होनी हैं जिससे छात्र परेशान हैं। उनका कहना है कि भर्ती परीक्षाओं के लिए बाहर जाना पड़ता है मगर यूनिवर्सिटी की परीक्षा बाधक बन रही है।
छात्र चाहते हैं कि ऑनलाइन करा ली जाए परीक्षा
छात्रों का कहना है कि छह मई को यूपीएसआई का डीवी/दौड़, आठ मई को बिहार पीसीएस, 9 व 10 मई को एनटीपीसी रेलवे की परीक्षा होनी है। इसी क्रम में यूपीएससी, यूपीपीसीएस, लेखपाल, लोअर पीसीएस, नेट जेआरएफ, क्रेट आदि की परीक्षाएं भी प्रस्तावित हैं। यदि एमएम चतुर्थ सेमेंटर की परीक्षा आनलाइन कराई जाती है तो विद्यार्थियों को राहत मिलेगी। इस मौके पर रणविजय, वीरेंद्र पटेल, गोलू पासवान, अजय पांडेय आदि मौजूद रहे।
उच्च न्यायालय का निर्णय स्वागत योग्य
विश्वविद्यालय शिक्षकों की सेवानिवृत्ति आयु 62 से 65 वर्ष करने के संबंध में उच्च न्यायालय का निर्णय स्वागत योग्य हैं। यह बात प्रो. राजेन्द्र सिंह (रज्जू भय्या) विश्वविद्यालय शिक्षक संघ के अध्यक्ष डा. अविनाश कुमार श्रीवास्तव व महामंत्री डा. आशुतोष कुमार सिंह ने साझा वक्तव्य जारी कर कही। यह भी कहा कि राज्य सरकार से लगातार इस संबंध में मांग की जाती रही है। अब पूर्ण विश्वास है कि उच्च न्यायालय के निर्णय के आलोक में राज्य सरकार त्वरित निर्णय लेते हुए प्रदेश के विश्वविद्यालयों में सेवानिवृत्ति आयु बढ़ाई जाएगी। इससे विश्वविद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण तथा शोध परक अकादमिक परिवेश का निर्माण होगा।
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