शोधार्थियों को UGC का तोहफा, शोध चक्र किया लॉन्च, जानें रिसर्च वर्क में कैसे करेगा मदद
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने शोध कार्य को बढ़ावा देने के लिए मंगलवार को एक समन्वित ऑनलाइन प्लेटफार्म शोध चक्र' की शुरुआत की। शोध चक्र की मदद से शोधार्थी अपने रिसर्च वर्क को कलेक्ट, स्टोर व ऑर्गेनाइज कर सकेंगे। यूजीसी के अध्यक्ष प्रो. एम जगदीश कुमार ने बताया कि इस प्लेटफार्म पर शोधार्थियों की सुविधा के लिये पर्याप्त सामग्री उपलब्ध है।
उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में इसकी मदद से वर्कशॉप भी आयोजित की जायेंगी। इस पर शोधार्थी व गाइड आपस में बातचीत भी कर सकेंगे। शोध चक्र को सूचना एवं पुस्तकालय नेटवर्क (इनफ्लिबनेट - INFLIBNET ) ने बनाया है जो यूजीसी का अंतर विश्वविद्यालय केंद्र है।
एक अधिकारी ने बताया ''अभी तक कोई ऐसा समर्पित प्लेटफार्म नहीं था जहां शोध के विभिन्न क्षेत्रों से जुड़ा पूरा ब्योरा उपलबध हो। ऐसे में शोध चक्र प्लेटफार्म का लाभ न केवल शोधार्थी उठा सकेंगे बल्कि इसका फायदा पर्यवेक्षकों, गाइड एवं विश्वविद्यालयों को भी होगा।''
उन्होंने बताया कि इस प्लेटफार्म की शुरूआत 14 मार्च 2022 को यूजीसी द्वारा दिए गए उस दिशानिर्देश के अनुरूप की गई है जिसमें सभी उच्च शैक्षणिक संस्थानों में शोध एवं विकास प्रकोष्ठ स्थापित करने को कहा गया था।
अधिकारी ने बताया कि यूजीसी 'शोध चक्र' प्लेटफार्म पर शोधार्थियों के लिये साहित्य एवं शोध सामग्री की समीक्षा करने से लेकर शोध पत्र (थीसिस) प्रस्तुत करने तक सभी तरह की सुविधाएं उपलब्ध हैं। शोधार्थी schakrabeta.inflibnet.ac.in पर लॉग इन कर शोध चक्र की सुविधाओं का फायदा उठा सकेंगे। सुविधाओं के इस्तेमाल के लिए संस्थानों को प्लेटफॉर्म पर शोधार्थी व सुपरवाइजरों की डिटेल भी देनी होगी।
उन्होंने बताया कि इस प्लेटफार्म पर ज्ञान संसाधन के रूप में वीडियो एवं लिखित रूप में सामग्री है । इस पर फिलहाल 3.5 लाख से अधिक शोध पत्र से जुड़ी सामग्री उपलब्ध है।
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