Breaking

Primary Ka Master Latest Updates | Education News | Employment News latter 👇

शुक्रवार, 9 सितंबर 2022

क्या CBSE छात्रों का आत्मविश्वास यूपी बोर्ड और बिहार बोर्ड के स्टूडेंट्स से अधिक है? जानें क्या कहता है सर्वे


 

क्या CBSE छात्रों का आत्मविश्वास यूपी बोर्ड और बिहार बोर्ड के स्टूडेंट्स से अधिक है? जानें क्या कहता है सर्वे

एक सर्वे में दावा किया गया है कि केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) और इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेश (आईसीएसई) स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों के बीच आत्मविश्वास का स्तर राज्यों के बोर्ड के तहत पढ़ने वाले छात्रों की तुलना में थोड़ा अधिक है। 'टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज' (टीआईएसएस) और एडटेक कंपनी 'लीड' द्वारा किया गया है। भारत के चार प्रमुख क्षेत्रों में छह मेट्रो शहरों और कई गैर-मेट्रो शहरों में कुल 2,807 छात्रों के बीच यह सर्वेक्षण किया गया।

सर्वे में दावा किया गया है, ''36 प्रतिशत छात्रों ने आत्मविश्वास के स्तर (81-100) का संकेत दिया है।'' इसमें कहा गया है कि सीबीएसई और आईसीएसई स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों में राज्य बोर्ड के छात्रों की तुलना में अधिक आत्मविश्वास था।

इसमें कहा गया है, ''हालांकि, दिल्ली में राज्य बोर्ड के छात्रों के लिए आत्मविश्वास सूचकांक थोड़ा अधिक है।''परिणामों को चार श्रेणियों में विभाजित किया गया है: आकांक्षी (एस्पिरेंट), नेता (लीडर), हरफनमौला (ऑलराउंडर) और प्रभावशाली व्यक्ति (इन्फ्लुएंसर)।

सर्वे में कहा गया है, ''अखिल भारतीय स्तर पर, हर दो प्रतिवादी छात्रों में से एक 'ऑलराउंडर' वर्ग में है, जिसमें एक तिहाई से कुछ अधिक छात्र प्रभावशाली वर्ग में जगह पाते हैं। दिलचस्प बात यह है कि मेट्रो और गैर-मेट्रो शहरों में प्रवृत्ति समान है। हालांकि महानगरों में प्रभावशाली वर्ग का आकार (44 प्रतिशत) गैर-मेट्रो छात्रों (28 प्रतिशत) की तुलना में काफी अधिक है।''

इसमें कहा गया है, ''बच्चों में आत्मविश्वास कभी इतना अधिक महत्वपूर्ण नहीं रहा। यह जीवन में सभी सफलता और उपलब्धि की नींव है। यह अकादमिक प्रेरणा और शैक्षणिक नतीजों को भी प्रभावित करता है।'' सर्वेक्षण में कहा गया है कि क्षेत्रवार तुलना के मामले में, पश्चिम भारत (81) आत्मविश्वास सूचकांक में सबसे ऊपर है, जबकि दक्षिण (75) और पूर्व (74) क्षेत्र राष्ट्रीय औसत के पास हैं और उत्तर (70) क्षेत्र सबसे अंतिम पायदान पर है।     

हैदराबाद 87 प्रतिशत के साथ आत्मविश्वास सूचकांक के मामले में शीर्ष शहर के रूप में सामने आया है, इसके बाद दिल्ली 80, मुंबई और कोलकाता 78 प्रतिशत, बेंगलुरु 75 और चेन्नई 71 प्रतिशत है।इसमें कहा गया है, ''यह भी देखा गया कि कक्षा 9 और 10 (75 प्रतिशत) में छात्रों का आत्मविश्वास सूचकांक कक्षा 6-8 (74 प्रतिशत) के छात्रों की तुलना में थोड़ा सा अधिक है।''


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें