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सोमवार, 10 नवंबर 2025

चार माह से नियुक्ति अटकी, महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में 4000 कार्मिकों के इंतजार में ठप पढ़ाई

चार माह से नियुक्ति अटकी, महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में 4000 कार्मिकों के इंतजार में ठप पढ़ाई


चार माह से नियुक्ति अटकी, महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में 4000 कार्मिकों के इंतजार में ठप पढ़ाई

नागौर. राज्य के महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों में चयन परीक्षा में निर्धारित अंक प्राप्त करने के बावजूद पीटीआई, कम्प्यूटर अनुदेशक, प्रयोगशाला सहायक, लाइब्रेरियन और तृतीय श्रेणी शिक्षक (हिंदी व सामाजिक विज्ञान) का अब तक पदस्थापन नहीं हुआ है। चार माह बीत जाने के बाद भी ये कार्मिक नियुक्ति की प्रतीक्षा में हैं। कुछ समय पहले शिक्षकों की ओर से बीकानेर में शिक्षा निदेशालय के सामने धरना-प्रदर्शन किया गया था। उस दौरान कुछ शिक्षकों को नियुक्तियां देते हुए पीटीआई, कम्प्यूटर अनुदेशक सहित अन्य कार्मिकों को जल्द नियुक्ति देने का आश्वासन दिया था, लेकिन चार माह बाद भी शिक्षा विभाग ध्यान नहीं दे रहा। जबकि आधा सत्र बीत चुका है और 10 दिन बाद अर्द्धवार्षिक परीक्षाएं शुरू होने वाली हैं।


गौरतलब है कि शिक्षा निदेशालय की ओर से पिछले साल 25 अगस्त को हुई चयन परीक्षा में सफल रहे शिक्षकों सहित अन्य कार्मिकों से 29 जून 2025 तक ऑनलाइन विकल्प मांगे गए थे। लेकिन शिक्षा विभाग ने प्रथम चरण में स्पेशल टीचर, पीटीआई, कम्प्यूटर अनुदेशक सहित लैब असिसटेंट और लाइब्रेरियन आदि को स्कूल आवंटन से बाहर रखा था। प्रथम चरण में केवल प्रधानाचार्य, व्याख्याता, सैकंड ग्रेड शिक्षकों को ही अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में रिक्त पदों पर पदस्थापन दिया था। जबकि 25 अगस्त 2024 को हुई चयन परीक्षा में स्पेशल टीचर, पीटीआई, कम्प्यूटर अनुदेशक सहित लैब असिसटेंट और लाइब्रेरियन भी शामिल हुए थे। जिन कार्मिकों ने परीक्षा में न्यूनतम 40 प्रतिशत अंकों से अधिक अंक प्राप्त किए, उन्हें भी अब तक नियुक्ति नहीं दी गई है। चार महीने बीतने के बावजूद प्रदेशभर में चार हजार से अधिक कार्मिकों को पोस्टिंग का इंतजार है।

पढ़ाई रह गई अधूरी

अभिभावकों का कहना है कि सरकार ने अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का मॉडल बताया था, लेकिन शिक्षकों की कमी से विद्यार्थियों की पढ़ाई अधूरी रह रही है। विद्यालयों में कई विषयों की कक्षाएं वैकल्पिक व्यवस्था से ली जा रही हैं, जबकि खेल व कंप्यूटर शिक्षा पूरी तरह प्रभावित है। आधा शैक्षणिक सत्र बिना नियमित शिक्षकों के निकल जाना विद्यालयों के स्तर और छात्रों के परिणामों पर असर डाल सकता है।

20 नवम्बर से अर्द्धवार्षिक परीक्षाएं

शिक्षा विभाग ने अंग्रेजी माध्यम स्कूलों का आधा सत्र बिना शिक्षकों के निकाल दिया है और अब राज्यभर में 20 नवम्बर से अर्द्धवार्षिक परीक्षाएं शुरू करने की तैयारी शुरू कर दी है। इस बार परीक्षा एक माह पहले आयोजित की जा रही है, जिससे कई स्कूलों में पाठ्यक्रम पूरा नहीं हो सका है। शिक्षक संघों ने राज्य सरकार को ज्ञापन भेजकर मांग की है कि परीक्षा से पहले ही महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में शेष पदों पर पीटीआई, लाइब्रेरियन और कंप्यूटर अनुदेशकों का पदस्थापन किया जाए।

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